July 30, 2020

रास्तों के आगाज Raaston ke Agaaz


No comments:

अगर हम गुलाब होते

काश! हम गुलाब होते तो कितने मशहूर होते किसी के बालों में, किसी के बागों में, किसी मसजिद में, तो कभी किसी मजहार पे सजे होते, . काश! हम गुलाब ...