किया अजीब खेल
रचा है रब तूने,
कुछ पन्ने ज़िन्दगी के खुद
तुने बिखेर दिए
और खुद ही अब मुझे
इकट्ठे करने के लिए
इस दुनिया के
मेले में बिठा दिया,
~ सुगम बडियाल 🌼
https://www.instagram.com/sugam_badyal/
किया अजीब खेल
रचा है रब तूने,
कुछ पन्ने ज़िन्दगी के खुद
तुने बिखेर दिए
और खुद ही अब मुझे
इकट्ठे करने के लिए
इस दुनिया के
मेले में बिठा दिया,
~ सुगम बडियाल 🌼
https://www.instagram.com/sugam_badyal/
काश! हम गुलाब होते तो कितने मशहूर होते किसी के बालों में, किसी के बागों में, किसी मसजिद में, तो कभी किसी मजहार पे सजे होते, . काश! हम गुलाब ...
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