किया अजीब खेल
रचा है रब तूने,
कुछ पन्ने ज़िन्दगी के खुद
तुने बिखेर दिए
और खुद ही अब मुझे
इकट्ठे करने के लिए
इस दुनिया के
मेले में बिठा दिया,
~ सुगम बडियाल 🌼
https://www.instagram.com/sugam_badyal/
किया अजीब खेल
रचा है रब तूने,
कुछ पन्ने ज़िन्दगी के खुद
तुने बिखेर दिए
और खुद ही अब मुझे
इकट्ठे करने के लिए
इस दुनिया के
मेले में बिठा दिया,
~ सुगम बडियाल 🌼
https://www.instagram.com/sugam_badyal/
ਅੱਜਕੱਲ੍ਹ ਇਨਸਾਨ ਮਸ਼ੀਨਾਂ ਵਾਂਗ ਜੀ ਰਿਹਾ ਹੈ। ਦਿਲ ਨਾਲ ਨਹੀਂ, ਸਿਰਫ਼ ਦਿਮਾਗ ਨਾਲ ਸੋਚਦਾ ਹੈ। ਲੋੜੀਂਦੇ ਵੇਲੇ ਹੱਸਦਾ ਹੈ, ਫ਼ਾਇਦੇ ਲਈ ਰਿਸ਼ਤੇ ਨਿਭਾਂਦਾ ਹੈ। ਮਨੁੱਖਤਾ...
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