May 26, 2020

पन्नों से बात panno Se Baat

कुछ पन्नों की ज़िद्द थी
हमको सुनने की
कुछ हमारा दिल था
कुछ कहने सुनाने को
बस! फिर पता ही नहीं चला
हमारी बातचीत शुरू करने के बाद
कि कब सारी ज़िन्दगी खोल दी
पन्नों के सामने हमने


https://www.instagram.com/sugam_badyal/

No comments:

अगर हम गुलाब होते

काश! हम गुलाब होते तो कितने मशहूर होते किसी के बालों में, किसी के बागों में, किसी मसजिद में, तो कभी किसी मजहार पे सजे होते, . काश! हम गुलाब ...