यादें Yaadein

ये जो यादें हैं
आती जाती है रोज
सुबह शाम बिना हमारी
इज़ाज़त के,

कुछ डराती हैं
हसाती है
कुछ रूलाती हैं
फिर कुछ मुसकुराती हैं



सुगम बडियाल🌼

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