कुछ सुखी यादों का
थैला लेकर निकले थे,
कुछ चूर हो गई हैं
अब पड़े पड़े,
कुछ सील गई है,
कुछ अच्छी सी
अच्छे दिन की बची हैं,
सोचा!
आपको रुझाने के लिए
गीत बना दूँ...
- सुगम बडियाल🌼
"Echoes of emotion, wrapped in the warmth of Punjabi verses".
"Echoes of emotion, wrapped in the warmth of Punjabi verses".
ਛੋਟੀ ਜਿਹੀ ਮੁਸਕਾਨ, ਪਰ ਲੱਖਾਂ ਸੁਕੂਨ ਕਈ ਪਲ ਅਜਿਹੇ ਹੁੰਦੇ ਨੇ ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਵੱਡੇ ਸ਼ਬਦਾਂ ਜਾਂ ਇਜ਼ਹਾਰ ਦੀ ਲੋੜ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦੀ — ਸਿਰਫ਼ ਇੱਕ ਨਿਗਾਹ, ਇੱਕ ਛੋਟੀ ਜਿਹੀ ...
रिश्ते Rishteयूँ ही रिश्ते नहीं बनते इस दुनिया मेंकुछ का काम है तूम्हारे गुनाह छुपानाकुछ का तुम से गुनाह करवाना - सुगम बडियाल… Read More
यादें Yaadeinये जो यादें हैंआती जाती है रोजसुबह शाम बिना हमारीइज़ाज़त के,कुछ डराती हैंहसाती हैकुछ रूलाती हैंफिर कुछ मुसकुराती हैंसुगम बडियाल🌼… Read More
कुछ भी बेवजह नहीं होता Kuch Bhi Bewajah Nhi Hotaकुछ भी बेवजह नहीं होताहर लम्हा किसी कासजा़ ही नहीं होताआज वक्त तेरा हैतो कल मेरा भी होगादेख लेनातेरे हर पहर परपहरा फिर मेरा ही होगासुगम बडियाल… Read More
अतीत की सुरंग Ateet Ki Surangअतीत की सुरंग सेकुछ सुखी यादों काथैला लेकर निकले थे,कुछ चूर हो गई हैंअब पड़े पड़े,कुछ सील गई है,कुछ अच्छी सीअच्छे दिन की बची हैं,सोचा!आपको रुझाने के ल… Read More
सपने Sapneमेरे सपनेकभी सचनहीं हुएपर जोहकीकतमें सामने थेअच्छे थेवो भीसुगम बडियाल… Read More
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